तू नाराज है मुझसे क्यूँ - लीरिक्स

तू नाराज है मुझसे क्यूँ
ये जाने ना दिल मेरा
तेरे बिना मैं अधूरा हूँ
खो  जाए ना खुद मेरा

ख्वाबों में तू हर रात मेरे
जागूँ मैं तेरी राहों में
तेरी मुस्कान को तरसता हूँ
रखना मुझे पनाहों में

ओ प्रिये मुझसे रूठो ना
तेरे बिना मेरा ये जग सुना
तू ही है मेरा संसार तू ही प्यार

तेरी आवाज़ है मधुर मोहिनी
दिल पे करती ये जादूगरी
तू जो पास नहीं हो मेरे
टूटे ये दिल की कश्ती सारी

सुन मेरी बात ज़रा मुस्कुरा
दिल को न भर तू ग़मों से ज़रा
तेरी हंसी में जीने की वजह
तेरे बिना  बेरंग ये जहां

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